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School Activities for Festivals - स्कूलों में आयोजित की जाएगी त्योहारों पर विशेष गतिविधियाँ, लोक शिक्षण संचालनालय, मध्यप्रदेश ने जारी किये निर्देश

MP School Education Department आदेश – 2025 में त्योहारों पर विशेष गतिविधियाँ

MP School Festival Activities 2025

MP School Festiva
l Activities 2025

लोक शिक्षण संचालनालय, मध्यप्रदेश ने अपने नवीनतम आदेश क्रमांक / अकादमिक / त्योहार /2025/1300 (दिनांक 24/07/2025) के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के स्कूलों को निर्देशित किया है कि विद्यार्थी केवल त्योहार Celebrate ही न करें, बल्कि उनके महत्व (Importance of Festivals) को भी समझें।

  • MP School Festival Activities 2025
  • Importance of Hariyali Amavasya, Hariyali Teej, Raksha Bandhan, Kajari Teej
  • School Activities for Festivals
  • Tree Plantation in Schools
  • Environmental Education in Schools

आइए जानते हैं किन त्योहारों पर School Activities आयोजित की जाएँगी और उनका महत्व क्या है:

1️⃣ हरियाली अमावस्या – 25 जुलाई 2025

🌱 महत्व: यह दिन प्रकृति, हरियाली और Tree Plantation से जुड़ा है। पेड़ लगाने और उनकी पूजा की परंपरा है।

✏️ Activities:

  • प्रार्थना सभा में पर्व का महत्व बताना
  • निबंध लेखन: हरियाली अमावस्या का महत्व (Importance of Hariyali Amavasya)
  • वृक्षारोपण, जल संरक्षण, मिट्टी संरक्षण पर चर्चा
  • चित्रकला / माटीकला / क्राफ्ट कला

2️⃣ हरियाली तीज – 27 जुलाई 2025

🌿 महत्व: यह पर्व हरियाली और प्रकृति को समर्पित है। महिलाएँ हरे वस्त्र पहनती हैं, झूला झूलती हैं और पेड़-पौधों की पूजा करती हैं।

✏️ Activities:

  • प्रार्थना सभा में महत्व बताना
  • निबंध लेखन: हरियाली तीज का महत्व (Significance of Hariyali Teej)
  • मिट्टी के महत्व पर चर्चा
  • पेड़-पौधों की रक्षा पर चित्रकला या क्राफ्ट

3️⃣ रक्षाबंधन – 9 अगस्त 2025

🪢 महत्व: भाई-बहन के प्रेम का पर्व। साथ ही, वृक्षों को राखी बाँधकर Environmental Protection का संदेश देना।

✏️ Activities:

  • पर्व का महत्व बताना
  • निबंध लेखन: रक्षाबंधन और पर्यावरण  (Raksha Bandhan & Environment)
  • वृक्षों को राखी बाँधना
  • जल, मिट्टी और पेड़-पौधों की रक्षा पर चर्चा

4️⃣ कजरी तीज – 12 अगस्त 2025

🌳 महत्व: इसे बूढ़ी तीज भी कहते हैं। इस दिन नीम के पेड़ की पूजा की जाती है। नीम पर्यावरण और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी है।

✏️ Activities:

  • पर्व का महत्व बताना
  • निबंध लेखन: कजरी तीज का महत्व (Kajari Teej Importance)
  • नीम के महत्व पर संवाद
  • क्राफ्ट कला या चित्रकला प्रतियोगिता

स्कूलों में आयोजनों का उद्देश्य

  • विद्यार्थियों को केवल त्योहार मनाना नहीं, बल्कि उनके Cultural Significance और Environmental Message को भी समझाना।
  • प्रकृति, जल संरक्षण, वृक्षारोपण जैसी Sustainable Practices पर ध्यान देना।
  • रचनात्मक प्रतियोगिताओं जैसे Essay Writing, Drawing, Clay Art, Craft के माध्यम से बच्चों में सृजनात्मकता और जागरूकता बढ़ाना।

लोक शिक्षण संचालनालय, मध्यप्रदेश का यह आदेश विद्यार्थियों में संस्कृति के प्रति प्रेम, प्रकृति के प्रति सम्मान और पर्यावरण संरक्षण की भावना विकसित करने का एक सुंदर प्रयास है।

आप भी अपने विद्यालय में इन Activities को अपनाएँ और इस पहल का हिस्सा बनें!

Download PDF & Full आदेश

Post By : Septa Deep

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🔗 ब्लॉग स्रोत: MP Education Gyan Deep

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