पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं (Pre-Primary Classes) के नामों में बदलाव
मध्यप्रदेश में पूर्व-प्राथमिक शिक्षा का नया स्वरूप : NEP 2020 के तहत कक्षाओं के नाम हुए संशोधित
(Pre-Primary Education Reforms in MP: Nursery, KG Renamed as Balvatika under National Education Policy 2020)
राज्य शिक्षा केन्द्र, मध्यप्रदेश ने 22 मई 2025 को एक आदेश जारी कर पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं (Pre-Primary Classes) के नामों में बदलाव किया है। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के क्रियान्वयन की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। आइए, इस बदलाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आदेश का मुख्य सार (Key Highlights of the Order)
- आदेश क्रमांक : I/271540/2025 (भोपाल, 22-05-2025)
- लक्ष्य : नर्सरी, KG-1 और KG-2 कक्षाओं के नामों को सांस्कृतिक और शैक्षिक प्रासंगिकता देते हुए बदलना।
- प्रभावी तिथि : शैक्षणिक सत्र 2025-26 से।
- संदर्भ : NEP 2020 की अनुशंसाओं के आधार पर 24 दिसंबर 2024 को हुई बैठक में लिया गया निर्णय।
नए नाम और उनका अर्थ (New Names & Their Significance)
पूर्व-प्राथमिक शिक्षा को "बालवाटिका" (Balvatika) नाम दिया गया है, जो भारतीय संस्कृति के अनुरूप है। नए नाम इस प्रकार हैं -
पुराना नाम | संशोधित नाम (Revised Name) |
नर्सरी (Nursery) | बालवाटिका-1 (अरुण) |
KG-1 | बालवाटिका-2 (उदय) |
KG-2 | बालवाटिका-3 (प्रभात) |
परिवर्तित नामों का प्रतीकात्मक अर्थ
- अरुण - सुबह की पहली किरण (Dawn of Learning)
- उदय - शिक्षा का उदय (Rising Phase)
- प्रभात - ज्ञान का प्रकाश (Morning Light)
बदलाव का उद्देश्य (Objective of the Renaming)
NEP 2020 Compliance : यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति के Early Childhood Care and Education (ECCE) फ्रेमवर्क को लागू करने की दिशा में है।
सांस्कृतिक पहचान : "बालवाटिका" शब्द से बच्चों को भारतीय शैक्षिक मूल्यों से जोड़ना।
सरल वर्गीकरण : अरुण, उदय और प्रभात नामों से कक्षाओं का स्तर स्पष्ट होगा।
जिला प्रशासन के लिए दिशा-निर्देश (Guidelines for District Administration)
सभी शासकीय और अनुदान प्राप्त स्कूलों (Government & Aided Schools) को नए नामों से अवगत कराएं।
Academic Session 2025-26 से प्रवेश पत्रों, पाठ्यक्रम और स्कूल प्रचार सामग्री में संशोधित नामों का उपयोग सुनिश्चित करें।
शिक्षकों और अभिभावकों के साथ ओरिएंटेशन सेशन (Orientation Sessions) आयोजित करें।
भविष्य की तैयारी (Way Forward)
यह बदलाव न केवल नामों का परिवर्तन है, बल्कि Foundational Learning की गुणवत्ता सुधारने की एक कोशिश भी है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने NEP 2020 Implementation के लिए टास्क फोर्स समिति की सिफारिशों को गंभीरता से लिया है। आने वाले समय में पाठ्यक्रम, शिक्षक प्रशिक्षण और बालवाटिका इंफ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार की योजना है।
मध्यप्रदेश सरकार का यह निर्णय Holistic Education और Cultural Integration की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है। "बालवाटिका" नाम से बच्चों के शुरुआती सीखने के अनुभव को और समृद्ध बनाने की उम्मीद है। सभी हितधारकों से अनुरोध है कि इस आदेश का पालन करते हुए नए सत्र को सफल बनाएं।
पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं (Pre-Primary Classes) के नामों में बदलाव सम्बन्धी राज्य शिक्षा केंद्र आदेश
(National Education Policy 2020, Balvatika, NEP 2020 Implementation, Foundational Learning, Early Childhood Education, ECCE, MP School Education)
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